रविंद्र सिंह भाटी: राजस्थान के युवा नेता का जीवन परिचय | राजनीति, छात्रसंघ, और विधानसभा चुनाव




रविंद्र सिंह भाटी: राजस्थान के युवा नेता का जीवन परिचय | राजनीति, छात्रसंघ, और विधानसभा चुनाव

रविंद्र सिंह भाटी
राजस्थान की राजनीती  में यू तो कई चेहरे हुए जिन्होंने लोकतंत्र में अपना लोहा मनवाया लेकिन एक युवा नेता ऐसा भी जिसने जिंदादिल होके राजस्थान विधान चुनाव में ताल ठोकी और विधायक का चुनाव निकाला। जी हां हम बात कर रहे है राजस्थान विधान सभा से विधायक रविंद्र सिंह भाटी के बारे में जिन्होंने कम आयु में कई आयाम गढ़े, कॉलेज में छात्रसंग चुनाव हो या विधान सभा या फिर वर्तमान में लोकसभा चुनाव हमेशा पार्टी से हटकर फैसला किया और विजयी बिगुल बजाया।




पूर्व  छात्रसंघ अध्यक्ष और वर्तमान विधायक रविंद्र सिंह भाटी को आज कोन नहीं जानता है। खासकर विधान सभा चुनाव मे एक एतिहासिक जीत के बाद तो वह काफी चर्चा मे बने हुए है। ऐसे मे हर एक युवा के मन मे उनके बारे मे जानने की इच्छा है, तो दोस्तों यह पोस्ट आप सभी को समर्पित है । जिसके माध्यम से आप रविंद्र सिंह भाटी का जीवन परिचय (Ravindra Singh Bhati Biography ) के बारें मे विस्तार से जानेंगे। इस जीवन परिचय में रविंद्र भाटी कौन है, इनका परिवार, शिक्षा, राजनीति जीवन आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

अवलोकन:-




नाम रविंद्र सिंह भाटी
जन्म तिथि 3 दिसंबर 1990
जन्म स्थान बाड़मेर, राजस्थान
पिता का नाम शैतान सिंह भाटी
माता का नाम अशोक कंवर
पत्नी का नाम धनिष्ठा कंवर
शिक्षा स्नातक, एलएलबी
प्रमुख पद छात्र संघ अध्यक्ष, विधायक
राजनीतिक पार्टी पूर्व: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, वर्तमान: अनफैमी
निर्दलीय चुनाव जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष, विधानसभा विधायक

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रविंद्र सिंह भाटी का जीवन परिचय:-

आज के युग के चर्चित चेहरे रविंद्र सिंह भाटी का जन्म राजस्थान के बाड़मेर के दुधोड़ा नामक गांव में दिनांक 3 दिसंबर 1990 को  एक राजपूत परिवार में हुआ था। युवा नेता रविंद्र सिंह के पिता का नाम शैतान सिंह भाटी एवं इनकी माता का नाम अशोक कंवर है। रविंद्र सिंह भाटी विवाहित है तथा इनकी पत्नी का नाम धनिष्ठा कंवर है। रविंद्र सिंह भाटी बचपन से ही मारवाड़ की माटी में पले – बड़े और अपने मारवाड़ी कल्चर का मान बढ़ाया।




रविंद्र सिंह भाटी की शिक्षा:-

रविंद्र सिंह भाटी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने ही जिले बाड़मेर के आदर्श विद्या मंदिर हरसानी एवं मयूर नोबल्स एकेडमी से पूर्ण की है। रविंद्र सिंह ने आगे की पढ़ाई के लिए मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (JNU) में दाखिला लिया और यहां से उन्होंने स्नातक की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2015 में राजस्थान की प्रसिद्ध विश्वविद्यालय जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में एलएलबी के लिए दाखिला लिया। भाटी शुरू से एक मेधावी छात्र रहे है। राजनिति के साथ -साथ उन्होंने पढाई को भी प्राथमिकता दी।

रविंद्र सिंह भाटी का राजनीतिक जीवन परिचय:-

रविंद्र सिंह भाटी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत वर्ष 2019 में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्र संघ अध्यक्ष के चुनाव में निर्दलीय रूप से 1294 वोटों से ऐतिहासिक जीत के साथ छात्र संघ अध्यक्ष के रूप मे की थी ।
इससे पहले भी रविंद्र सिंह भाटी छात्र हितों को लेकर आवाज उठाते रहे है। इसके अलावा जय नारायण विश्वविद्यालय के अध्यक्ष कुणाल सिंह भाटी के साथ अच्छी दोस्ती होने के कारण यह उनके साथ छात्र हितों के लिए धरना प्रदर्शन और छात्र छात्राओं के लिए आवाज उठाते काफी बार नजर आए है। कई बार छात्रों के लिए जेल भी गए तो कई बार लाठिया खाई।
वर्ष 2019 में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्र संघ अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों के नामांकन जारी हुए, रविंद्र सिंह को ABVP के द्वारा टिकट नहीं मिला, जिसके कारण इन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और निर्दलीय चुनाव लड़ने के बावजूद इन्होंने 1294 वोटों के साथ भारी जीत हासिल की। रविंद्र सिंह भाटी के लिए राजनीति मे प्रवेश करने के रूप मे यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि रही। कोरोना महामारी के कारण छात्र संघ अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं होने की कारण यह 2019 से 2022 तक जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष पद पर रहे। जो की छात्रसंग चुनाव में सबसे लंबा कार्यकाल रहा।




रविंद्र सिंह भाटी का  छात्र संघ अध्यक्ष से MLA का सफर:-

जैसा की आप सभी जानते है की रविंद्र सिंह भाटी ने छात्र संघ अध्यक्ष के रूप मे एक खाश भूमिका निभाई है । इसके लिए लिए  उन्होंने कई बार धरना प्रदर्शन भी किया । रविंद्र सिंह भाटी कई बार विश्वविद्यालय में जमीन के मुद्दे, छात्र-छात्राओं की पढ़ाई को लेकर कई बार आवाज उठाते हुए नजर आए हैं। राजस्थान की हर कॉलेज यूनिवर्सिटी में हो रहे भ्रष्टाचार, तानाशाह प्रशासन, एवं फीस में राहत की मांग को लेकर भी यह काफी चर्चा मे रहे है। यही कारण है कि रविद्र सिंह की छात्रों के बीच काफी अच्छी पहचान बनी। जब पहली बार निर्दलीय छात्रसंग चुनाव लड़ रहे थे तब भाटी का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमे वह jnu के छात्रों से कह रहे थे की में आपसे मेरी वर्षो की मेहनत का जबाब लेने आया हूँ। राजपूत हूँ सीना ठोक के चुनाव जीतेंग यह दो मिंट का वीडियो रातो रात वायरल हुआ और छात्र राजनीती में रविंदर सिंह का नाम सामने आया।
वही रविंद्र सिंह भाटी का कहना है की शिव विधानसभा क्षेत्र के लोग आज भी कई सारी मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं, जिसमें रोजगार, बेहतर शिक्षा और भी कई सारी परेशानियां शामिल है। इन सबको देखते हुए रविंद्र सिंह ने छात्र संघ अध्यक्ष से MLA का सफर शुरू किया । रविन्द्र सिंह भाटी भारतीय जनता पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन शिव विधानसभा क्षेत्र से टिकट रविन्द्र सिंह की जगह पर स्वरूप सिंह खारा को दी गई।
इस कारण रविंद्र सिंह भाटी का पार्टी से मोह भंग हो गया और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया। 3 दिसम्बर 2023 को राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम जारी हुए, जिसमें रविन्द्र सिंह भाटी ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा और 3950 मतों से जीत हासिल की। उस दिन एक दिग्गज नेता को निर्दलीय उम्मीदवार ने पटखनी दी थी।
वर्तमान में रविंद्र सिंह भाटी राजस्थान लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे है। वही भाटी के क्रेज को लेकर सियासत में गजब चर्चा, और BJP की टेंशन बढ़ी है क्यों की एक बार फिर भाटी ने  निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए भाटी मैदान में उत्तरे है। आपको बता दे की रविंद्र सिंह के नॉमिनेशन फाइल करने के बाद यह राजस्थान की 25 हॉट सीटों  में से एक बन गई है। अब यह देखना होगा की क्या मोदी लहर में भाटी चुनाव जीत पाएंगे या अपने जीवन में लगातार बागी होकर जीत रहे भाटी को हार का सामना करना पड़ेगा।

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