प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके साथ मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी सीट से हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं, जो उन्होंने पहली बार 2014 में जीती थी। नामांकन दाखिल करने से पहले, पीएम मोदी ने दशाश्वमेध घाट पर पूजा-अर्चना की और आरती की। इसके बाद उन्होंने नाव से यात्रा कर नमो घाट पहुंचे और काल भैरव मंदिर में प्रार्थना की। उनके साथ कई केंद्रीय मंत्री, जैसे अमित शाह और राजनाथ सिंह, और भाजपा और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे।
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वाराणसी में भव्य रोड शो
नामांकन दाखिल करने से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में एक भव्य रोड शो किया। यह रोड शो पांच किलोमीटर लंबा था और इसे स्थानीय जनता का जबरदस्त समर्थन मिला। इस रोड शो के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी के लोगों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की और इसे अपने जीवन का “अविस्मरणीय क्षण” कहा।
नामांकन में उपस्थित प्रमुख नेता
प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन में कई प्रमुख नेता उपस्थित थे। इनमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान, अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर शामिल थे। इसके अलावा, भाजपा और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इनमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा शामिल थे।
गंगा सप्तमी के अवसर पर पूजा
आज गंगा सप्तमी का भी शुभ दिन है, और प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर गंगा आरती में भाग लिया। उन्होंने दशाश्वमेध घाट पर प्रार्थना की और वाराणसी के लोगों के साथ इस विशेष अवसर को मनाया।
पिछले दो चुनावों में भारी जीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में वाराणसी सीट से भारी जीत हासिल की थी। इस बार भी वह बड़ी जीत की उम्मीद कर रहे हैं। वाराणसी, जिसे काशी भी कहा जाता है, हमेशा से भाजपा का मजबूत गढ़ रहा है और प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
वाराणसी के लोगों के प्रति कृतज्ञता
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने रोड शो के बाद कहा कि वाराणसी के लोगों ने उन्हें जो प्यार और आशीर्वाद दिया है, वह उनके जीवन का अविस्मरणीय क्षण है। उन्होंने सोशल मीडिया पर रोड शो की झलकियां साझा करते हुए लिखा, “काशी के मेरे परिवारजनों ने रोड शो के दौरान जो प्यार और आशीर्वाद मुझ पर बरसाया है, वह मेरे जीवन का अविस्मरणीय क्षण बन गया है।”
चंद्रबाबू नायडू का बयान
पूर्व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन को एक “ऐतिहासिक अवसर” कहा। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। उन्होंने पिछले 10 वर्षों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। देश को उनकी जरूरत है। भारत वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। एनडीए को 400 से अधिक सीटें मिलेंगी।”
वाराणसी सीट का महत्व
वाराणसी लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ रही है। 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने इस सीट से चुनाव लड़ा, तब इसका महत्व और भी बढ़ गया। इस चुनाव में नरेंद्र मोदी ने आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था। नरेंद्र मोदी ने इस सीट से बड़ी जीत हासिल की थी और 2019 में फिर से जीत दर्ज की थी। अब 2024 में, वे इस सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
नामांकन का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी का नामांकन दाखिल करना न केवल एक चुनावी प्रक्रिया है, बल्कि यह उनके राजनीतिक करियर का महत्वपूर्ण हिस्सा भी है। वाराणसी से उनका गहरा संबंध है और यहां की जनता ने उन्हें हमेशा समर्थन दिया है। उनकी उपस्थिति और नामांकन प्रक्रिया के दौरान किए गए धार्मिक अनुष्ठान उनके और वाराणसी के बीच के विशेष संबंध को दर्शाते हैं।
नामांकन के दौरान उपस्थिति
प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन के दौरान कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा जैसे नेता उपस्थित थे।
रोड शो के प्रभाव
प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो ने वाराणसी में एक उत्सव का माहौल पैदा कर दिया। स्थानीय लोगों ने फूलों की वर्षा करते हुए प्रधानमंत्री का स्वागत किया। रोड शो के दौरान, प्रधानमंत्री ने अपनी गाड़ी से लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया और उनकी ओर से मिले समर्थन के लिए धन्यवाद किया। इस रोड शो ने न केवल वाराणसी के लोगों का मनोबल बढ़ाया बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं में भी जोश भर दिया।
काशी का विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान वाराणसी के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू की हैं। इसमें काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना, गंगा नदी की सफाई, और वाराणसी में बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है। उन्होंने वाराणसी को एक वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
2024 के चुनावों की तैयारी
प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी भी तेज हो गई है। भाजपा और एनडीए की पार्टियां प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वाराणसी से नामांकन दाखिल करके, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने समर्थकों को एक स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपने विकास कार्यों को जारी रखने और भारत को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं l
आगामी चुनाव
2024 के लोकसभा चुनाव भाजपा और एनडीए के लिए महत्वपूर्ण हैं। प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी से नामांकन दाखिल करना पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल उनकी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करता है, बल्कि उनके समर्थकों को भी उत्साहित करता है। भाजपा और एनडीए के अन्य नेता भी इस अवसर पर उपस्थित थे, जिससे पार्टी की एकजुटता और समर्थन का प्रदर्शन हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी से नामांकन दाखिल करना आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल उनके व्यक्तिगत राजनीतिक करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भाजपा और एनडीए के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी के प्रति विशेष लगाव और यहां की जनता का समर्थन उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है। आगामी चुनावों में उनकी सफलता की संभावनाएं बहुत अधिक हैं और उनका नामांकन दाखिल करना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।